बड़ा विचित्र है , बुनावट
मेरे और उनके
रिश्ते का .
कभी अनुतरित ,
कभी अनसुलझा ,
कभी संभालना ,
कभी ठुकराना ,
कभी बखिये की तरह ,
उघर जाना .
चलते-चलते
अचानक ,बदल जाना ,
शायद , इन्द्रधनुष ,
या मृगमरीचिका ,
जो भी हो , अपने आप में ,
एक कमाल है , रिश्ता
मेरा और उनका
अमिताभ