गुरुवार, 2 फ़रवरी 2017

एहसास

 ( जीवनसाथी ,श्रुति के लिए )  


दिन विशेष
की अशेष
शुभकामनाएं साथी
बड़ा मुश्किल है
चुनना
आपके लिए
 तोहफा
 चाहता हूँ
 उपहार दूँ
 उपहार वो
जो अब से  पहले
किसी ने किसी को 
कभी भी दिया न हो
सूरज से चाँद तक
धरती से आसमान तक
धुप से छावं तक
हावाओं से फिजाओं  तक
बाग़ से बहार तक
नदी से पहाड़ तक
कुछ भी अन्छुआ
अनकहा नहीं है ,
 सिवाय एहसास के
एहसास ,अपने रिश्ते का ,
जो मिला है विधाता से
 जिसें सींचा आपने
 और जिया मैंने
तो संभालिये इस एहसास को
सबसे अलग उपहार को |
जीवन में आपके हर दिन वसंत हो  
हर क्षण उमंग हो ||