शुक्रवार, 26 सितंबर 2008

रिश्ता

बड़ा विचित्र है , बुनावट

मेरे और उनके

रिश्ते का .

कभी अनुतरित ,

कभी अनसुलझा ,

कभी संभालना ,

कभी ठुकराना ,

कभी बखिये की तरह ,

उघर जाना .

चलते-चलते

अचानक ,बदल जाना ,

शायद , इन्द्रधनुष ,

या मृगमरीचिका ,

जो भी हो , अपने आप में ,

एक कमाल है , रिश्ता

मेरा और उनका

अमिताभ

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