सोमवार, 15 सितंबर 2008

पाती गुड़िया के नाम (एक)

प्यारी ,गुड़िया
आप हमेशा खुश रहना ,
हर वक्त अपने मन की सुनना ,
जो, जी में आए ,
वही करना ,
भावना ,भावुकता ,संवेदना
इनसे ,सदा दूर रहना ,
दुनिया को अपनी ,
ठोकर में रखना ,
कभी किसी बात पर
मत पछताना ,
गलती इंसान की पहचान है ,
इसे याद रखना ,
रोज नई - नई ,गलती करना ,
सबक लेना,आगे बढ़ना
इंसानों के बीच ,जरुरी है
इंसान रहना (२)
अमिताभ भूषण

1 टिप्पणी:

बेनामी ने कहा…

viyogi hoga pehla kavi
aah se upja hoga gaan............tumhari ye kavita in shabdon ko charitarth karti hai...............ese hi likhte rahi.....
"koi mere dil se pooche tere teer neem kash ko
ye khalish kahan se hoti jo jigar ke par hota"