शनिवार, 2 अगस्त 2014

शुक्रिया

मैत्री दिवस की आप सभी मित्रो को हार्दिक मंगलकामनाये।।। सलामत रहे यारों की दुनिया ,चलता रहे यारों का कारवां ।।।मुझे दोस्ती का ककहारा सिखाने वाले दोस्तों की चौकरी के लिए "शुक्रिया"

"शुक्रिया"

दिया वरदान जिन्होंने
आप सब से दोस्ती का,
सबसे पहले देवी मंदिर की
उन ,माँ भगवती का शुक्रिया।

शुक्रिया, गुरुवर
आरके सिंह और मो.तारिक जी का

शुक्रिया सफ़ेद बोर्ड ,डेस्क,बेंच,
अकाउंटस और गणित की किताबों का

शुक्रिया,सेन्ट्रल स्कूल,गन्नीपुर की उन
आरी- तिरछी गलियों का

शुक्रिया,कलमबाग चौक से मिठनपुरा के
उबड़-खाबड़,उखड़े-बिखड़े सड़को का

शुक्रिया, नीम चौक के आगे वाली
 रेलवे गुमटी का

शुक्रिया, डेजी -अभिषेक के
घर के उस आहाते का

शुक्रिया, झमाझम बारिश से लबालब भरे
मोतीझील,कल्याणी,तिलक मैदान रोड का

शुक्रिया, अघोरिया बाज़ार के उस
 पंक्चर लगाने वाले का

शुक्रिया,उन तीन साईकिलों का

शुक्रिया,नारियल के लड्डू,छोले
और मूली के अचार का

शुक्रिया, बहिन
शुक्रिया, गुड़िया
सतीश, शुक्रिया.......।।।