1
अनहद
बनावट
की बुनावट में जुटे
बददिमाग,बदगुमान
,बदजुबान
आठो
पहर जागते भागते
शक्ल
से आदमी दिखने वाले
आदमखोरों
की दुनिया है
टेलीविजन
की दुनिया .........
2
न्यूज़ रूम को क़त्लगाह बनाने वाले
आस्था ,श्रधा ,संवेदना को
भून कर खानेवाले
भय,भ्रम,भूख के सौदागर
फरेबी ,बहुरुपिए की दुनिया है
टेलीविजन की दुनिया ...
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