टेलीविजन कि दुनिया (3)
ख़बर निर्माण कारखानों में
24 गुणा 7 कि सक्रियता से
थकावट ,रुकावट,शिकायत के बग़ैर
सूचना संभावना ,
कल्पना दुर्भावना की
कुटाई,पिसाई,घिसाई में जुटे
रीढ़ विहीन,आत्माहीन
कायर,कमजोर,कर्महीन कर्मचारियों की
दुनिया है , टेलीविजन कि दुनिया
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